हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,हज़रत आयतुल्लाहिल उज़्मा सैय्यद अली ख़ामनेई ने कहां,अल्लाह तआला ने हमको हमारी ज़िम्मेदारियों से आगाह कर दिया है अब हम ज़िम्मेदारियों से भाग नहीं सकते ,जरूरी है कि अल्लाह कि बताए हुई ज़िम्मेदारी को पूरा करें,यह काम उस वक्त कर सकते हैं जब अल्लाह को अपना हाकिम माने,
सूरए हज की इस आयत 'और उन्होंने अच्छाइयों का हुक्म दिया और बुराइयों से रोका' ने हम सब को समझा दिया कि हमारा फ़र्ज़ क्या है? इंसाफ़, भाईचारा, इस्लामी मूल्य यह सब 'नेकियों' में शामिल हैं और हमें इन्हीं का आदेश देने के लिए कहा गया है।
इमाम ख़ामेनेई,